Internet क्या होता है और कैसे बनता है। Internet Kya hai or kese Bntaa hai, Father of Internet Robert E Kahn and Vint Cerf

 

Aaj के टाइम में internet ना हो तो दुनियां का लगभग 80% काम रूक जाएगा क्योंकि आज का दौर तकनीकी दौर है। आज लगभग internet हर किसी के पास है क्योंकि आज हर किसी को इंटरनेट की जरुरत है लेकीन क्या कभी आपके मन में यह बात आई की आख़िर इंटरनेट क्या होता हैं। यह कैसे काम करता है?


अगर आए हैं तो आज आप समझ पाएं गए कि internet क्या है और इसके साथ और कई अन्य जानकारी ।


आज के समय में इंटरनेट दुनियाभर में फैला डेटा का एक जाल है. आज हम जो भी सूचनाएं इंटरनेट पर सर्च करते हैं,  वह कहीं न कहीं स्टोर है. सर्वर के जरिये यह हम तक पहुंचता है.


 क्या आपको ये स्लोगन याद है? "कर लो दुनिया मुट्ठी में". भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण प्राप्‍त और  Reliance Industries को स्थापित करने वाले  Dhirubhai Ambani ने वर्ष 2002 में इसी स्लोगन के साथ टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री मारी थी ।


 तब महज 600 रुपये में  Mobile लॉन्च कर उन्होंने आम आदमी के हाथ में फोन थमा दिया था। और अब तो लोगों के हाथ में SmartPhone है  उसमें इंटरनेट Internet है और इस इंटरनेट में पूरी ​दुनिया है.


आज वाकई दुनिया हमारी मुट्ठी में है. हमसे हजारों-लाखों किलोमीटर दूर दुनिया में क्या चल रहा है, हम अपने मोबाइल में देख सकते हैं. और यह सब संभव हुआ है, इंटरनेट के जरिये. है कि नहीं? हम  आज एक दिन भी इंटरनेट से दूर हो जाएं तो लगेगा जैसे काफी कुछ छूट रहा है. दिन अधूरा  सा लगेगा. क्योंकि आज internet के बिना हम कुछ भी नहीं रह गया है।


लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये इंटरनेट है क्या चीज? ये कहां पैदा होता है, कैसे बनता है? आइए आज आपको इंटरनेट के बारे में काफी कुछ बताते हैं.



Internet क्या है?


Internet  का शब्दिक अर्थ होता है- अंतर्जाल. लेकिन इससे इसका ​अर्थ स्पष्ट नहीं हो पाएगा. इसे आप ऐसे समझिए कि यह एक तरह का ग्लोबल नेटवर्क है, जो कई कंप्यूटर या सिस्टम्स को आपस में जोड़ता है. इसे आप  कई कंप्यूटर्स का जाल कह सकते हैं, जो राउटर और सर्वर के माध्यम से आपस में जुड़े हुए हैं. यह विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है, जिसमें सूचनाओं और डेटा के आदान-प्रदान के लिए ट्रांसफर प्रोटाेकाॅल का इस्‍तेमाल किया जाता है।

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Internet कहां पैदा होता है?


अगर बात करें इसके पैदा होने की तो दुनियां में सबसे पहले  साल  1969 में पैदा किया गया था। इस दिन कुछ कंप्यूटर्स को जोड़ कर एक नेटवर्क तैयार किया गया था. युद्ध के दौरान मैसेज भेजने के लिए इसको अमरीकी सेना विभाग ने Massachusetts Institute of Technology के साथ मिलकर Advance Research Project Agency Network नाम से डेवलप किया था.


1970 में Robert E Kahn और Vint Cerf ने Internet Protocol Suite (TCP/IP) को डेवलप किया, जो कि ARPANET में यही डेटा और फाइल ट्रांसफर के लिए यह जरूरी स्‍टैंडर्ड इंटरनेट प्रोटोकॉल बन गया।


 इसलिए Robert E Kahn और Vint Cerf को ही फादर ऑफ इंटरनेट कहा जाता है. बहरहाल समय के साथ इंटरनेट डेवलप होता चला गया और आज आप तो यह जानते हि है कि 5G टेक्नोलॉजी भी आ चुकी है.

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इंटरनेट कहां और कैसे बनता है?


यह तो आप समझ चुके हैं कि इंटरनेट दुनियाभर में डेटा का एक जाल है. हम जो भी सूचनाएं इंटरनेट पर सर्च करते हैं, वह कहीं न कहीं स्टोर है और सर्वर के जरिये यह हम तक पहुंचता है।


 दुनियाभर की इन्हीं सूचनाओं के मिलने से, सर्वर के जुड़ने से इंटरनेट बनता है. सूचनाएं जहां स्टोर रहती हैं, उसे सर्वर कहा जाता है, ये 24 x 7 ऑन रहते हैं. वेब होस्टिंग कंपनियां सर्वर की सुविधा देती हैं. दुनियाभर के सर्वर फाइबर ऑप्टिक्स केबल द्वारा जुड़े होते हैं. बालों से भी पतले इन केबल्स में काफी स्पीड से डेटा ट्रांसफर की क्षमता होती है.


इंटरनेट का अधिकतम भाग समंदर (महासागरों) के अंदर फैले इन केबल्स (Optical Fiber Cable) में ही है. इनकी तुलना में सैटेलाइट का योगदान न के बराबर है. पहले केबल के जरिये ही नेट कनेक्शन दिया जाता था, हालांकि अब टेलीकॉम कंपनियां सैटेलाइट के जरिये नेट की सुविधा देने लगी हैं. यही वजह है की पहले इंटरनेट की सुविधा सिर्फ टेलीफोन लाइन के द्वारा दी जाती थी लेकिन आज टेलीकॉम कंपनियां लोगों को स्मार्टफोन में इस्तेमाल करने के लिए Satellite के जरिये नेट का इस्तेमाल करने की सुविधा देती है.

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इंटरनेट का मालिक कौन है?


यह बड़ा ही दिलचस्प सवाल है. हम आप बाजार से कोई सामान लेते हैं, तो उसकी कीमत देते हैं. उस सामान का मालिक कोई न कोई कंपनी होती है. किसी सर्विस को लेकर भी यही चीज लागू होती है. लेकिन आपने कभी सोचा है कि आप अपने मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर में जो इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं, उसका मालिक  कौन है?


 बीएसएनएल, एयरटेल, जियो, वोडाफोन (BSNL, Jio, Airtel, Vodafone) वगैरह तो सर्विस प्रोवाइडर हैं, जिन्हें आप नेट पैक के लिए पैसे देते हैं. ये इंटरनेट के असली मालिक नहीं हैं. क्या सोच रहे हैं? इंटरनेट की मालिक सरकार भी नहीं है. दरअसल, यह किसी एक व्यक्ति, एक कंपनी, संस्था या सरकारी एजेंसी की संपत्ति नहीं है और न ही ये सीधे तौर पर इसे नियंत्रित करते हैं.


इंटरनेट पर किसी अकेली संस्था या संगठन का नियंत्रण और मालिकाना हक नहीं है, बल्कि यह सामूहिक मिल्कियत की चीज है. जी हां! इंटरनेट एक विशाल और स्वतंत्र को-ऑपरेशन यानी मिलकर काम करने वाले समूह की चीज है. कोई भी कंपनी, संस्था या सरकार अपने नेटवर्क को मेंटेन करने के लिए जिम्मेदार होती है.


कुछ एजेंसी सलाह जारी कर, इसके स्टैंडर्ड्स तय कर इसे सुचारू रखने में मदद करती हैं. W3C यानी वर्ल्ड वाइड वेब कंसोर्टियम (World Wide Web Consortium) का जिक्र कहीं आपने सुना होगा! यह इंटरनेट के विभिन्न क्षेत्रों के लिए गाइडलाइन, स्टैंडर्ड और रिसर्च करने वाला समूह है. इस तरह इंटरनेट का कोई एक मालिक नहीं है।



Internet से जुडे हुए questions- Answers:-


Q: Internet  का शब्दिक अर्थ क्या होता है?


A: Internet  का शब्दिक अर्थ होता है- अंतर्जाल।


Q: Internet का पहला प्रयोग कहां और कब हुया था ?


A: Internet का पहला प्रयोग 1969 में अमेरिका में हया था।


Q: यहा सूचनाएं कहा स्टोर रहती हैं, उसे क्या कहा जाता है?


A: सूचनाएं जहां स्टोर रहती हैं, उसे सर्वर कहा जाता है।


Q: फादर ऑफ इंटरनेट किसे कहा जाता है ?


A: Robert E Kahn और Vint Cerf को फादर ऑफ इंटरनेट कहा जाता है.


Q: W3C क्या है ?


A:  World Wide Web Consortium है।


Q:  Internet Protocol Suite (TCP/IP) को किसने डेवलप किया?


A: 1970 में Robert E Kahn और Vint Cerf ने Internet Protocol Suite (TCP/IP) को डेवलप किया,


आज हमने क्या जाना


आज हमने जाना internet के बारे में। मैं उम्मीद करता हूं कि आपको यह समझ आया होगा कि internet क्या है। अगर आपको यह जानकरी अच्छी लगी हो तो हमे कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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