ध्यान के फायदे | मानसिक स्वास्थ्य में लाभदायक | ध्यान करते समय सावधानियाँ | ध्यान से जुड़े सवाल-जवाब

 ध्यान के फायदे

मेडिटेशन विश्राम पाने की एक प्रक्रिया है। ध्यान करने से हम अपने किसी भी काम को एकाग्रता और रुचि के साथ पूरा कर सकते हैं। मेडिटेशन एक ऐसी क्रिया है, जिसके माध्यम से आप अपने जीवन की अनेक समस्याओं का निवारण कर सकते हैं।

तो आइए जानते है मेडिटेशन करने से होने वाले फायदों के बारे में -


तनाव दूर करें -

ऐसा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि रोजाना ध्यान लगाने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इससे मानसिक तनाव, चिंता, भय और हीनभावना से छुटकारा मिलता है। मेडिटेशन बढ़ते तनाव को कम कर , हॉर्मोनल असंतुलन जैसी परेशानियों को दूर कर हमारे तन- मन को तरोताजा करता है।

खुशी का एहसास -

मेडिटेशन करने से गुस्सा करने की आदत धीरे- धीरे काबू में आ जाती है, जिससे हमारा मन हमेशा तनाव मुक्त रहते हुए खुश रहता है। रोजाना मेडिटेशन करने से आप लगभग अपने हर इमोशन पर कंट्रोल बनाये रख सकते हैं। इससे आपके आसपास अच्छा और पॉजिटिव माहौल बना रहता है।

बेदाग और निखरी त्वचा -

मेडिटेशन आपके शरीर की कोशिकाओं एवं इंद्रियों को नियत्रिंत कर मांसपेशियों को आराम देता है और नई त्वचा कोशिकाओं का निर्माण कर हमारे शरीर को क्रियाशील बनाता है। ये तनाव का मुकाबला कर चेहरे पर पड़ी झुर्रियों की समस्या को दूर करता है। इससे आपको मिलती है निखरी और बेदाग त्वचा।

कंट्रोल में रहता है ब्लडप्रेशर -

मेडिटेशन करने का सबसे बड़ा स्वास्थ्य लाभ (meditation ke fayde) यह है कि इसे करने से दिल पर पड़ने वाला दबाव कम होता है, जिससे हमारे शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। ध्यान को ब्लडप्रेशर की समस्या के लिए आप टॉनिक की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।


मानसिक स्वास्थ्य में लाभदायक -

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर दूसरा आदमी मानसिक रूप से परेशान है। हमारा मन एकाग्र होना तो दूर, संतुष्ट भी नहीं रह पाता है। दिमाग में हर समय उथल- पुथल मची रहती है। ऐसे में दिमाग को शांत करने के लिए मेडिटेशन से बढ़िया कोई दूसरा उपाय नहीं है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे कई सारे है ये तनाव को कम कर हमारे दिमाग को आराम पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है।

याददाश्त बढ़ाने में मददगार -

अगर हमारे दिमाग को कुछ जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते हैं तो वह कमजोर होने लगता है, जिसकी वजह से हमारी याददाश्त भी कमजोर हो जाती है। इस समस्या से बचने के लिए मेडिटेशन करना इसका रामबाण इलाज है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे कई सारे है ये नियमित तौर पर ध्यान करने से आपके दिमाग के साथ शरीर में भी ब्लड का सर्कुलेशन होता रहता है, जिससे दिमाग दुरुस्त रहता है और इससे आपकी याददाश्त भी बढ़ती है।

बुरी आदतों को छोड़ने में कारगर -

जी हां, लत कैसी भी हो, मेडिटेशन का सहारा लेकर इसे आसानी से छोड़ा जा सकता है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे कई सारे है। मेडिटेशन करने से इच्छाशक्ति मजबूत होती है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसके द्वारा आप अपनी बुरी भावनाओं, आदत और लालसा को नियंत्रित कर उनका त्याग कर सकते हैं।

एकाग्रता में वृद्धि -

एक नहीं बल्कि बहुत से शोधों में ये पाया गया है कि मेडिटेशन करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है। इस क्रिया के द्वारा आप किसी नीरस कार्य को भी निश्चित समय में आसानी से रुचिपूर्ण तरीके से पूरा कर सकते हैं।


ध्यान करते समय सावधानियाँ


तो आइए जानते है मेडिटेशन करते समय हमें क्या सावधानियां ध्यान रखनी है -


ध्यान लगाते समय अपनी सांस को नियंत्रित रखें। अचानक से कम और तेज न करें।


मेडिटेशन हमेशा ढीले वस्त्र पहनकर ही करें तो बेहतर रहेगा।


ध्यान करने के लिए सूर्योदय से पहले और रात के भोजन से पहले का समय बेहतर रहता है।


ध्यान को समाप्त करने के लिए जल्दबाजी न करें, धीरे- धीरे सामान्यावस्था में आना चाहिए।


आप चाहें तो ध्यान के समय कुछ सुगंधित फूल और धूप या अगरबत्ती भी रख सकते हैं।


कोशिश करें कि ध्यान के समय आपका पेट खाली हो।


ध्यान करते समय अपने चेहरे पर मुस्कुराहट बनाए रखें, इससे आपको खुशी का अनुभव होगा।


ध्यान के समय आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होनी चाहिए, कंधे तने और सीना बाहर की ओर निकला हुआ होना चाहिए।

ध्यान से जुड़े सवाल-जवाब

तो आइए जानते है मेडिटेशन से जुड़े कुछ सवालों के जवाब -


क्या मेडिटेशन बिना किसी ट्रेनर के घर पर किया जा सकता है ?

जी हां, बेशक आप मेडिटेशन बिना किसी ट्रेनर के घर पर कर सकते हैं। घर पर मेडिटेशन शुरू करने के लिए आपको चाहिए होगा शांतिपूर्ण और साफ- सुथरा कमरा। अपनी रीढ़ को, बिना शरीर पर दबाव डाले, सीधा रखें, जमीन पर चौकड़ी यानि पालथी मारकर सीधे बैठें और एकाग्र मन से ध्यान लगाएं।


ध्यान में जाने पर शरीर में कंपन होते हैं, क्या करें ?

ध्यान में झटके लगना या शरीर में कंपन होना इस बात का संकेत है कि आप ध्यान सही से नहीं लगा रहे हैं। दरअसल, ध्यान के दौरान जो ऊर्जा जागृत की है, वो सहसत्रात पर नहीं को तो आपके शरीर में इधर- उधर ट्रैवल करने लगती है और आपको झटके महसूस होने लगते हैं। इसीलिए जरूरी है कि जब आप मेडिटेशन यानि ध्यान लगाना शुरू करते हैं तो उससे पहले अपनी श्वास को बैलेंस कर लें।


क्या मेडिटेशन करने के नुकसान भी होते हैं ?

वैसे तो ध्यान लगाने के अनेक फायदे हैं लेकिन साइंस इसके दोनों नजरिये पेश करती है। ध्यान के आलोचकों ने इसके कई नुकसान भी बताये हैं, जिसमें से एक आलोचक जॉइनर की किताब में लिखा है कि ध्यान या मेडिटेशन लोगों को दुनिया से भगाने के लिए प्रेरित करने के अलावा कुछ नहीं है। लोग इसे अलगाव से मुक्त होने का ज़रिया मानते हैं।


मेडिटेशन करने का सबसे सही समय कौन- सा होता है ?

मेडिटेशन करने को लेकर ऐसा कोई खास नियम या पाबंदी नहीं है। मेडिटेशन किसी भी समय किया जा सकता है। हालांकि, अगर आप सुबह जल्दी उठकर या फिर देर रात के समय ध्यान लगायेंगे तो यह किसी अन्य समय के हिसाब से उत्तम साबित होगा। दरअसल, सुबह और रात में शोर कम या फिर न के बराबर होता है।


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