Internationl World Books Day Spacial In Hindi 2022: मनुस्मृति, चाणक्य नीति, पंचतंत्र क्यों आज भी पढ़ी जाती है दुनियां में भारत की ये किताबे

 

पूरे विश्व में विश्व किताब दिवस 23 April को मनाया जाएगा। दुनिया की ऐसी तमाम उसके जिनके बारे में भोसरी चर्चा की जा रही है और होगी क्यों नहीं क्योंकि पुस्तके दुनिया का नजरिया बदलती है। आज हम इस Hindi Blog में भारत की प्राचीन 3 ऐसी पुस्तकें के बारे में जानने वाले हैं जिनको आज भी दुनिया के अंदर बहुत ही समान और आदर्श माना जाता है। 


Happy World Books Day Date 2022

किताबें मनुष्य की ऐसी दोस्त होती हैं जो इंसान को सही दिशा की ओर ले जाती है और इसीलिए पुस्तको को सम्मान देने के लिए पूरे विश्व में एक दिन ऐसा निश्चित किया गया है जिसको हम विश्व पुस्तक दिवस की रुप में मनाते हैं। 23 April को पूरी दुनिया किताबों को सम्मान देने के लिए यह त्योहार मनाते हैं।

भारत की 3 विश्व प्रसिद्ध पुस्तक | Manusmriti Book, Chanakya Niti Book, Panchatantra World Famous Book's

आज हम भारत की जिन 3 प्रसिद्ध प्राचीन पुस्तकों के बारे में जानना नहीं वाले हैं वह पुस्तकें महज किताबें नहीं बल्कि धार्मिक ग्रंथ के रूप में देखी जाती है और उनकी अनुसार अपना जीवन बनाने के लिए लोग उन पुस्तकों की अराधना करते हैं।

मनुस्मृति, चाणक्य नीति और पंचतंत्र इन पुस्तकों मैं ऐसा क्या है यह पुस्तके आज भी दुनिया में लोकप्रिय है। आई इन पुस्तकों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

मनुस्मृति पुस्तक [Manusmriti Book]

मनुस्मृति भारत के इतिहास की सबसे प्राचीन पुस्तकें है। मनुस्मृति को "मनु जी महाराज" द्वारा लिखा गया था। ऐसा माना जाता है कि मनु जी महाराज दुनिया को पैदा होने वाले पहले ऐसे इंसान थे जिनको ईश्वर के द्वारा ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।

इसके बाद उन्होंने मनुष्य को अपने जीवन में इस प्रकार जीना है क्या कर्म करने हैं और किन बुराइयां से दूर रहना है उसके लिए उन्होंने मनुस्मृति नामक पुस्तक का निर्माण किया।

मनुस्मृति पुस्तक भारत में आज की राजनीति के कारण बहुत ही ज्यादा चर्चा में रही है उसका सबसे बड़ा कर रही है कि आज भारत में कहीं ऐसे राजनेता मनुस्मृति के अनुसार आज भारत की संस्कृति सभ्यता और नियमों को बनाना चाहते हैं।

लेकिन मनुस्मृति सबसे ज्यादा चर्चा का विषय इसलिए भी है क्योंकि इसमें नारी के प्रति जो विचार लिखें गए हैं आज के समय भारत की नारी उन विचारों को स्वीकार नहीं करती। इसमें नारी को स्वतंत्र रुप से किसी अधिकारी को करने के लिए अनुमति नहीं प्रधान की गई।

जबकि आज के भारत में भारत की नारी से शुभ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में एक अच्छा काम खास इसको रही है क्योंकि उन्हें अदा दीदी गई है इसलिए वो सिर्फ अपनी पहचान नहीं भर की अपने सा साथ अपने देश अपने समाज और अपनी संस्कृति की पहचान भी बना पा रही है।

इसलिए आज का समाज मनुस्मृति को कुछ हद तक सवीकार नहीं कर रहा।मनुस्मृति के प्रति बहुत सारे विद्वानों के अलग-अलग विचार और मत है इनमें सबसे है तब भूमिका धार्मिक स्थलों के धर्म गुरुओ की है।

आज के समाज में जितनी भी मनुस्मृति पुस्तक लिखी गई है वह अलग अलग विद्वानों के विचार के अनुसार हैं। जैसे आर्य समाज के द्वारा जिस मनुस्मृति को दुनिया में बताया गया है वह ऋषि दयानंद जी के द्वारा लिखी गई है उसकी व्याख्या की गई। जबकि पुराणों के अनुसार मनुस्मृति अलग मत रखती है।

महा ऋषि दयानंद मनुस्मृति की व्याख्या महिला को भी वही अधिकार वही सम्मान होनी चाहिए जो पुरुष के लिए हैं। जबकि अन्य विद्वानों ने जिस मनुस्मृति पुस्तक का अनुवाद किया है उसने सिर्फ पुरुषों के अधिकारों की बात की गई महिलाओं को स्वतंत्र रखा ही नहीं गया।

इसलिए आज का भर आज की मनुस्मृति को अपने ऊपर लागू नहीं करवाना चाहता। लेकिन इन सभी विवादों से परे हटकर अगर आप इस पुस्तक को पढ़ते हैं तो इसमें आप को राजनीतिक जीवन, समाजिक जीवन, अपनी कर्तव्य और अन्य ऐसा ज्ञान प्राप्त होगा जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते।

चाणक्य नीति Book [Chanakya Niti Book]

चाणक्य नीति आज सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में पड़ी जाती है क्योंकि चाणक्य नीति को इस कदर पसंद किया जाता है कि आज कई भाषाओं में इसके अनुवाद हो चुके हैं।

चाणक्य नीति आचार्य चाणक्य के द्वारा लिखी जी इसमें राजनीति, शास्त्र निति, धर्म निति और अन्य ऐसी ज्ञान का वर्णन है जिसको अगर कोई गलती हासिल करना चाहता है वह एक मात्र पुस्तक से अपनी सारी समस्याओं का समाधान पा सकता है।

यह पुस्तक दुनिया में आज इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि इस पुस्तक में राजनीति के बारे में बताया गया। आचार्य चाणक्य एक ऐसे भारत की इतिहास में नीति कार हुए हैं जिन्होंने अगर अपने जीवन में किसी भी प्रकार का संकल्प कर लिया तो वह कभी भी असफल नहीं हुए।

आज विश्व में ऐसे बहुत सारे राजनेता हैं जो आचार्य चाणक्य के पद चिन्नो पर चलकर जीवन में अच्छी राजनीति की है। इस पुस्तक के बारे में आज तक कभी भी कोई विवाद नहीं रहा उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इसमें किसी को भी दोष नहीं दिया गया।

और आज भी दुनिया में ऐसे रहती हैं जिन्होंने अगर चाणक्य नीति को 10 बार पड़ा है तो उन्हें हर बात एक नई चीज़ सीखने को मिली है।

इसलिए अगर आती नीतिशास्त्र को अच्छी तरह से समझ ना चाहते हैं चाहे वो किसी विषय से संबंधित क्यों ना हो सिर्फ आप चाणक्य नीति पुस्तको पढ़कर सारी समस्याओं का हल निकाल सकती हैं।

पंचतंत्र Book [ Panchatantra ]

पंचतंत्र भी दुनिया की एक ऐसी पुस्तक है जिसके ना जाने फिर दिन भाषा में अनुवाद हो चुके हैं उसका कारण है कि इस पुस्तक में नीति का ज्ञान दिया गया। 

यह पुस्तक सिखाती है राजा किस प्रकार का होना चाहिए, उसे सजा के लिए क्या-क्या कार्य करने चाहिए, प्रजा के राजा के प्रति क्या-क्या कर्तव्य हैं, मनुष्य को कैसे अपनी समस्या का हल निकालना चाहिए, तमाम ऐसे ज्ञान की बातें जो सिर्फ पंचतंत्र पुस्तके अंदर मिलती है।

पंचतंत्र पुस्तक में जितना जी ज्ञान है वह कहानियों के माध्यम से बताया गया है ऐसा इसलिए है ताकि पढ़ने वाला उस विषय को अच्छी तरह से समझ सके कि उसे किस प्रकार से अपनी समस्याओं का हल निकालना है।

अगर पंचतंत्र पुस्तक आप पढ़ना चाहते हैं तो जरूर पढ़े चूतिए ऐसी पुस्तक है जिसमें ज्ञान की समय नहीं है।


मुझे उम्मीद है कि इसमें बताइए सारी जानकारी आप को बेहद पसंद आई होगी। मैं उम्मीद करता हूं कि इस Blog अन्य सदस्यों के साथ भी शेयर करें।


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