Motivational thought by doctor Bhimrao Ambedkar
बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी, जिनके जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व रहा है, वह हमेशा एक बात कहते थे और यह उनके जीवन की सच्चाई भी रही है उनके अपने जीवन का अनुभव रहा है,
उस के बल पर वह एक बात हमेशा कहते थे, कि शिक्षा या ज्ञान जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है, वह कहते थे कि शिक्षा एक ऐसी शेरनी का दूध है जो पिएगा वह दहाड़ेगा और जो नहीं पिएगा वह थरथराए गा और आज मैं इसी चीज को मध्य नजर रखते हुए आपके साथ कुछ बातें, और कुछ अनुभव सांझा करने वाला हूं जो मेने उनके जीवनी को पढ़ने के बाद अनुभव किया है।
जब तक आप जिंदगी में कुछ नया करने के लिए उत्साहित नहीं होंगे और उससे भी बड़ी बात अगर आप कुछ नया सीखने के लिए गलतियां नहीं करेंगे तो आप कभी कुछ नया नहीं सीख सकते क्योंकि गलतियां वही करते हैं जो कुछ नया करने की कोशिश करते हैं और बाकी रही उन लोगों की बात जो हमेशा दूसरों की कमियां ढूंढने में लगे रहते हैं उनकी जिंदगी हमेशा दूसरों की कमियां ढूंढने में ही निकल जाती है।
कोई भी वृक्ष एकदम से वृक्ष नहीं बन जाता, वह पहले एक छोटा सा पौधा बनता है, फिर वह पेड़ का रूप लेता है और उसके बाद वह एक विशाल आकार वाला वृक्ष बन जाता है जो दूसरों को फल और घनी छांव देता है, बिल्कुल एक इंसान की जिंदगी भी इसी तरह से निखरती है इसलिए जीवन में संयम रखिए।
नकारात्मक विचार नकारात्मक संगति के कारण आते हैं, और इससे बचने के लिए ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहें क्योंकि वह लोग यह अवगुण सज्जन लोगों में भी डाल देते हैं। और एक बात ऐसे बुरे इंसान को अपनेेे आप इस प्रकार से दूर कर देना चाहिए जिस तरह धनुष से तीर को बहुत दूर फेेंक दिया जाता है।
सीखने का कोई भी समय नहीं होता और ना ही कोई उम्र होती है बस अपने अंदर ज्ञान सीखने की एक भूख रखिए, और दूसरा धैर्य , क्योंकी दोनों के बिना आप ज्ञान को हासिल नहीं कर सकते।
इस दुनिया में जीने के लिए जो सबसे ज्यादा चीज मायने रखती है वह है आपका किरदार जा ऐसा कहा जाए कि आपका चरित। एक सुलझे हुए व्यक्ति के पास सबसे बड़ी दौलत उसका अपना चरित्र होता हैं, और आप इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं।
मुझे विश्वास है कि आपको यह लेख, डॉक्टर साहब जी के विचार पसंद आया होंगे , और ऐसे और विचारों को पढ़नेेे के लिए इस page को subscribe कर दीजिए।
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.